Baba ki beej kab hai 2024
BHADWA BEEJ 2024 लोक देवता बाबा रामदेव जी को मारवाड़, गुजरात सहित अनेक प्रांतों के लोग मानते हैं तथा रामदेव जी की पूजा आराधना करते हैं। बाबा रामदेव जी को लोग द्वारकाधीश का अवतार मानते हैं।
राजस्थान के जैसलमेर जिले की पोकरण तहसील के रामदेवरा गांव में बाबा रामदेव जी का विशाल एवं भव्य मंदिर बना हुआ है। जहां पर हर साल लाखों की संख्या में भक्तगण दर्शनों को आते हैं। राजस्थान का कुंभ कहां जाने वाला भादवा मेला प्रतिवर्ष इसी स्थान पर लगता है।
यह मेला राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा लंबा चलने वाला मेला है। यह मेला भाद्रपद मास की दूज (बीज ) से शुरू होकर भाद्रपद मास की एकादशी तक रहता है , परंतु भक्तों का आना सावन मास से ही शुरू हो जाता है।
Ramdev Jayanti 2024
बाबा रामदेव जी की जयंती अर्थात बाबा रामदेव जी का जन्म दिवस प्रतिवर्ष उनके भक्तों द्वारा संपूर्ण भारत में मनाया जाता है। यह तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया पर पड़ती है। परंतु कुछ लोगों का मानना है कि बाबा रामदेव जी का जन्म महोत्सव चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को बताते हैं।
baba ki beej kab hai 2024 || BHADWA BEEJ 2024
बाबा रामदेवजी का Ramdevra Mela 2024 हर साल की तरह इस साल भी बाबा के भक्तो की भारी संख्या के साथ लगेगा। बाबा की बीज इस बार 05 सितंबर को है ,इसे ही BHADWA BEEJ 2024 कहा जाता है ।
BHADWA BEEJ 2024 कौन सी तारीख को है?
भादवा की दूज 05 सितंबर को है।
Baba randevji bhajan ( Ramapir )BHADWA BEEJ 2024
मरूधर में जोत जगाय गयो , बाबो धोळी धजा फेहराय गयो ।
म्हारो सांवरियो गिरधारी , बण्यो पचरंग पेचाधारी ।
भगतां रे कारण ,अजमल घर अवतार लियो ।
कसूंबल केसरिया ,बागा रो सिणगार कियो ।
राजा अजमल पुण्य कमायो , थाने पुत्र रूप में पायो ।
मेणा दे लाड लडायो , माँयड बण दूध पिलायो ।
भादरवा री बीज ने आय गयो , चानणियाँ सू चमकाय गयो।
बाई सुगणा आरती गावे , भाटी हरजी चॅवर दुळावे ।
श्री लक्ष्मी रूप नेतलदे ,संग में ब्यावकियो ।
कसूंबल केसरिया ,बागा रो सिणगार कियो ।
बाबो हिन्दवा पीर कहायो , रूणीचा नगर बसायो ।
कोई ऊँचो नाँहि नीचो , सब भेद भाव ने मिटायो ।
थोथी थळियाँ में आय गयो , तंदूरा रा तार बजाय गयो ।
बाबो तुर्रा किलंगी धारी , लीला घोड़ा री असवारी ।
कलियुग में बाबो ,पगल्याँ ने पुजवाय गयो ।
कसूंबल केसरिया ,बागा रो सिणगार कियो ।
बिछड्योड़ा मीत मिळावे , बाबो मनरी आस पुरावे ।
भगतां री लाज बचावे , जो ध्यावे परचो पावे ।
हरजी भाटी गुण गाय रयो , गोपाळो शरणे आय गयो ।
बाबो निकळंक नेजा धारी , ज्यांरी कीरत जग में भारी ।
शरणे आयोडाँ ,भगतां रो उद्धार कियो ।
कसूंबल केसरिया ,बागारो सिणगार कियो ।
Baba ramdevji aarti BHADWA BEEJ 2024
जय अजमल लाला प्रभु, जय अजमल लाला ।
भक्त काज कलयुग में लीनो अवतारा, जय अजमल लाला ।
अश्वन की अवसारी शोभीत , केशरीया जामा,जय अजमल लाला ।
शीस तुर्रा हद शोभीत हाथ लीया भाला ,जय अजमल लाला ।
डुब्त जहाज तीराई भैरव दैतव को मारा ,जय अजमल लाला ।
कृष्णकला भयभजन राम रूणेचा वाला, जय अजमल लाला ।
अंधन को प्रभु नेत्र देत है, सुख संपती माया ,जय अजमल लाला ।
कानन कुंडल झील मील गल पुष्पनमाल ,जय अजमल लाला ।
कोढी जय करूणा कर आवे, होंय दुखीत काया, जय अजमल लाला ।
शरणागत प्रभु तोरी भक्तन सुन दाया ,जय अजमल लाला ।
आरती रामदेव जी की नर नारी गावे ,जय अजमल लाला ।
कटे पाप जन्म-जन्म के मोक्षा पद पावे ,जय अजमल लाला ।
जय अजमल लाला प्रभु ,जय अजमल लाला ।
भक्त काज कलयुग में लीनो अवतारा , जय अजमल लाला ।
PICHHAM DHARA SU MHARA PIR JI PADHAARIYA
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
घर अजमल अवतार लियो
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
गंगा जमुना बहे सरस्वती।
रामदेव बाबो स्नान करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
घिरत मिठाई बाबा चढे थारे चूरमो
धूपारी महकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
ढोल नगाङा बाबा नोबत बाजे
झालर री झणकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
दूर-दूर सूं आवे थारे जातरो
दरगा आगे बाबा नीवण करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
हरी सरणे भाटी हरजी बोले।
नवों रे खण्डों मे निसान घुरे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
Baba ramdevji ki aarti english / BHADWA BEEJ 2024
Pichham dhara soo mahra peer ji padhariya
ghar ajmal avtaar liyo
lachhaa sugna bai krehar ri aarti
harji bhati chavar dhule
Pichham dhara soo mahra peer ji padhariya
ganga re jamuna baba bahe re sarswati
ramdev babo jathe snan kre
lachhaa sugna bai krehar ri aarti
harji bhati chavar dhule
Pichham dhara soo mahra peer ji padhariya
ghirat mithai baba chadhe thare choormo
dhoopa ri mahkaar pade
lachhaa sugna bai krehar ri aarti
harji bhati chavar dhule
Pichham dhara soo mahra peer ji padhariya
dhol nagada baba nobat baje
jhaalar ri jhankaar pade
lachhaa sugna bai krehar ri aarti
harji bhati chavar dhule
Pichham dhara soo mahra peer ji padhariya
door desha su baba aawe thare jataru
Darga re aage bapji niwan kare
lachhaa sugna bai krehar ri aarti
harji bhati chavar dhule
Pichham dhara soo mahra peer ji padhariya
hari re sarno me bhati harji bole
navo re khando me nishaan dhule
lachhaa sugna bai krehar ri aarti
harji bhati chavar dhule
Pichham dhara soo mahra peer ji padhariya
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