Biratiya dham – बिराटिया धाम –
Biratiya dham एक ऐसा धाम जो आजतक बहुत से लोगों से अनजान रहा है । बिराटिया धाम राजस्थान के प्रसिद्ध लोकदेवता बाबा रामदेवजी को समर्पित है । यह बाबा के प्रसिद्ध धामों मे से एक है । बाबा रामदेवजी के कई प्रसिद्ध मंदिर है जिनमे से बिराटिया धाम भी एक है , परंतु बाबा के ज्यादातर भक्त बाबा के जाने माने मंदिरों को ही जानते है ।

आप सभी ने बाबा रामदेव जी की कई मंदिरों के बारे में सुना होगा और देखा भी होगा परंतु बाबा रामदेव जी के ज्यादातर भक्तों को बाबा रामदेव जी के बिराटिया धाम के बारे में नहीं पता होगा। बिराटिया धाम की मान्यता है कि यहां बाबा रामदेव जी स्वयं विराजमान होते हैं।
बिराटिया धाम – छोटा रामदेवरा – छोटा रणुजा – Biratiya dham
बिराटिया धाम को छोटा रामदेवरा के नाम से भी जाना जाता है। लोगों का कहना है कि बिराटिया धाम बाबा रामदेव जी के समाधि स्थल रामदेवरा के बाद दूसरा सबसे बड़ा रामापीर का मंदिर है। यहां पर भी प्रतिवर्ष भादवा मास की दूज को मेला लगता है। बाबा रामदेव जी का यह प्रसिद्ध मंदिर पाली जिले की रायपुर तहसील के बर से 5 किलोमीटर की दूरी पर बना हुआ है।
बाबा रामदेव जी का यह सुंदर मंदिर 5 मंजिला बना हुआ है जो कि अरावली पर्वतमाला की सुंदर तलहटी के बीच बना हुआ है। मंदिर के चारों ओर सुंदर वातावरण तथा हरियाली छाई हुई रहती हैं। लोगों का कहना है कि इस मंदिर की स्थापना लगभग 530 वर्ष पूर्व मानी जाती हैं। इस मंदिर के पीछे बाबा रामदेव जी के सुंदर चमत्कार की कहानी छुपी हुई है। मंदिर का निर्माण 1593 ईस्वी को किया गया था।
बिराटिया धाम से जुड़ी कहानी – Biratiya dham
कहा जाता है कि एक मेवाड़ रियासत का धनी सेठ जिसका नाम दल्ला सेठ था। दल्ला सेठ मेवाड़ रियासत का एक धनी सेठ था परंतु सेठ के कोई संतान नहीं थी। दल्ला सेठ बाबा रामदेव जी का परम भक्त था इसलिए सेठ ने अपनी पुत्र रत्न प्राप्ति के लिए बाबा रामदेव जी से यह मन्नत मांगी की अगर उसको पुत्र रत्न की प्राप्ति होगी तो वह अपने द्वारा अर्जित की हुई सारी संपत्ति बाबा के चरणों में अर्पित कर देगा।
कुछ महीनों बाद बाबा की आशीर्वाद स्वरूप दल्ला सेठ को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। जब दल्ला सेठ का पुत्र 9 महीने का हुआ तब दल्ला सेठ ने अपनी मन्नत को पूरी करने के लिए रणुजा जाने की तैयारी की। दल्ला सेठ ने मन्नत की स्वरूप अपनी जीवन की अर्पित की हुई सारी संपत्ति एक हाथ गाड़ी में लाद दी तथा अपने पुत्र और पत्नी सहित रामदेवरा के लिए रवाना हो गया।
रणुजा जाते समय बिराटिया धाम के पास दल्ला सेठ को करमा नामक एक डाकू मिल गया जिसने दल्ला सेठ को लूट कर उसकी हत्या कर दी । पति के वियोग में दल्ला सेठ की पत्नी बाबा रामदेव जी से बिलख बिलख कर अरदास करने लगी की बाबा अब आप ही हमारे सहारे हो हम आपके दर पर ही आ रहे थे और आपने मेरे पति को मेरे से छीन लिया। अब मैं भी अपने प्राण त्याग दूंगी नहीं तो आप हम पर दया करें। दल्ला सेठ की पत्नी की करुण पुकार सुन बाबा रामदेव जी ने स्वयं प्रकट होकर दल्ला सेठ को जीवित किया। और डाकुओं दंडित करती हुई उनके नेतृत्व छीन लिए।
बाबा रामदेव जी को सामने पाकर दल्ला सेठ बाबा के चरणों में गिरकर प्रणाम करता है। यह कहा जाता है कि रामदेव जी ने दल्ला सेठ की भक्ति से प्रसन्न होकर यह वचन दिया की भादवा सुदी दशम को मैं स्वयं एक ज्योत के रूप में यहां पर प्रकट होऊंगा। बाबा का आशीर्वाद पाकर दल्ला सेठ ने इसी स्थान को रामदेवरा मानकर एक मंदिर का निर्माण कराया, जो आगे चलकर Biratiya dham से प्रसिद्ध हुआ ।
Biratiya dham से जुड़ी मान्यता
बिराटिया धाम की मान्यता है कि माह मास की दसमीं वह भादवा 10 उनको बाबा रामदेव जी स्वयं बिराटिया धाम दर्शन देते हैं। जब रामदेवरा में भादवा मेला की दशम को मेला अपने समाप्ति की ओर होता है तब बाबा रामदेव जी स्वयं वहां से एक जोत के रूप में दशमी के दिन ही बिराटिया धाम में पधारे हैं। कभी कबार कुछ भाग्यशाली लोगों को इस ज्योत के दर्शन भी होते हैं।
बिराटिया खुर्द मेला 2023 – Biratiya dham
बाबा रामदेवजी के रामदेवरा मे लगने वाले मेले की तरह ही यहा बिराटिया मे भी एक विशाल मेले का आयोजन होता है । यह मेला प्रतिवर्ष भादवा की दूज को लगता है । यहा पर भी रामदेवरा की तरह ही लाखों की संख्या मे बाबा के भक्तों का जमावड़ा लगता है । मेले मे भीड़ की वजह से भक्तों की लंबी लंबी कतारे लग जाती है जो कभी कबार 2 से 3 किलोमीटर जितनी लंबी लाईने लग जाती है ।
इस मेले मे आपको बाबा की असीम भक्ति देखने को भी मिलती है जहा आपको रामदेवरा की तरह ही लोग दूर दराज से यहा बिराटिया धाम बाबा के दर्शनों के लिए दंडवत यात्रा करते हुवे आते है । यहा पर बाबा के भक्त अपनी मन्नतों को बाबा के सामने रखते है और बाबा उनकी सभी मुरादों को अवश्य पूर्ण करते है ।
बिराटिया रामदेवजी का मंदिर किस जिले मे स्थित है ?
बिराटिया धाम बाबा रामदेवजी का एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसे छोटा रामदेवरा भी कहा जाता है । बिराटिया रामदेवजी का मंदिर पाली जिले की रायपुर तहसील के बर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।
बिराटिया का मेला कब लगता है? – Biratiya dham
बाबा रामदेवजी के रामदेवरा मे लगने वाले मेले की तरह ही यहा बिराटिया मे भी एक विशाल मेले का आयोजन होता है । यह मेला प्रतिवर्ष भादवा की दूज को लगता है । यहा पर भी रामदेवरा की तरह ही लाखों की संख्या मे बाबा के भक्तों का जमावड़ा लगता है ।
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