Jagannath Puri Temple || इतिहास और मंदिर समय

Jagannath Puri मंदिर का निर्माण किसने करवाया?
श्री जगन्नाथ मंदिर भारतीय राज्य उड़ीसा के सबसे प्रभावशाली स्मारको में से एक , इसका निर्माण गंगा राजवंश के एक प्रसिद्ध राजा अनंतवर्मन चांद गंगा देव द्वारा 12वीं सदी शताब्दी में समुद्र के किनारे पुरी में किया गया । Jagannath Puri का निर्माण 1136 ईस्वी में शुरू हुआ 12 वीं शताब्दी के श्राद्ध में पूर्ण हुआ।
जगन्नाथ पुरी कहां पर स्थित है?
Jagannath Puri मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो श्रीकृष्ण को समर्पित है । यह उड़ीसा राज्य के शहर पुरी में स्थित है । जगन्नाथ शब्द का अर्थ जगत का स्वामी होता है , इनकी नगरी ही जगन्नाथ पुरी का पुरी कहलाती है।
जगन्नाथ मंदिर में किन-किन की मूर्तियां हैं?
Jagannath Puri Temple में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा की मूर्तियां हैं तथा इनकी पूजा की जाती हैं। मंदिर में भगवान श्री जगन्नाथ की मूर्ति दाएं तरफ तथा बीच में उनकी बहन सुभद्रा की और भाई और उनके भाई बलभद्र की प्रतिमा बनी हुई है। भगवान जगन्नाथ को लोग कलयुग के भगवान के नाम से भी जानते हैं।
जगन्नाथ पुरी कब जाना चाहिए?
Jagannath Puri जाने के लिए कोई निश्चित समय नहीं है। यहां पर कभी भी आया जा सकता है। परंतु मौसम तथा विशेष प्रसंग के रूप में मार्च से लेकर जून महीने तक का समय अच्छा रहता है। इसका पहला और मुख्य कारण यह है कि जून महीने में ही विश्व की प्रसिद्ध रथयात्रा का आयोजन ज्यादातर होता है। साल के इस महीने में भी सभी त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाते हैं। और मौसम भी अच्छा रहता है।
Jagannath Puri के दर्शनीय स्थल
- जगन्नाथ पुरी मंदिर
- कोर्णाक मंदिर
- पुरी बीच
- कोर्णाक बीच
- चिलिका झील
- नरेंद्र टैंक
- लोकनाथ मंदिर
- मारकंडेश्वर मंदिर
- लक्ष्मी मंदिर
- गणेश मंदिर
- सुदर्शन क्राफ्ट संग्रहालय पुरी
जगन्नाथपुरी क्यों प्रसिद्ध है ? (Why is Jagannath puri famous?)
जगन्नाथपुरी में वैष्णव संप्रदाय का मंदिर है, जो भगवान विष्णु के अवतार कृष्ण को समर्पित हैं इस मंदिर का वार्षिक रथयात्रा उत्सव प्रसिद्ध है इसमें मंदिर के तीन प्रमुख देवता भगवान जगन्नाथ उनके बड़े भ्राता बलभद्र और बहन सुभद्रा तीनों अलग-अलग भव्य और सुशील रथों में विराजमान होकर नगर की यात्रा पर निकलते हैं।
जगन्नाथ मंदिर की विशेषता क्या है?
जगन्नाथपुरी अपनी वार्षिक रथयात्रा के लिए प्रसिद्ध है। जगन्नाथ मंदिर करीब 400000 वर्ग फीट एरिया में बसा हुआ है तथा उसकी ऊंचाई 214 फिट है आमतौर पर दिन में किसी वक्त किसी भी इमारत चीज या इंसान की परछाई जमीन पर दिखाई देती है। लेकिन जगरनाथ मंदिर की परछाई कभी किसी ने नहीं देखी इसके अलावा मंदिर के शिखर पर लगे ध्वज का रहस्य हैं।
जगन्नाथ पुरी के ध्वज से जुड़े रहस्य?
Jagannath Puri मंदिर के शिखर पर लगा ध्वज अपने आप में ही रहस्य हैं। यहां एक अनोखा ध्वज हैं जो हवा की विपरीत दिशा में उड़ता है। अर्थात जिस दिशा में हवा चलती है उसकी विपरीत दिशा में झंडा फहराता है। आज तक लोग इस बात की पुष्टि नहीं कर सके हैं कि झंडा विपरीत दिशा में क्यों लहराता है।
पुरी का रेलवे स्टेशन जगन्नाथ मंदिर से कितना दूर है?
Jagannath Puri का रेलवे स्टेशन जगन्नाथ मंदिर से लगभग 2 किलोमीटर दूर है।
भगवान जगन्नाथ कहां के प्रमुख देवता है?
भगवान जगन्नाथ पुरी मंदिर के प्रमुख देवता हैं। भगवान जगन्नाथ की सबसे पुरानी और सबसे प्रसिद्ध मूर्ति ओडिशा राज्य के पुरी में जगन्नाथ मंदिर में स्थित हैं। जगन्नाथ पुरी चार धामों में से एक हैं तथा सप्तपुरी में से भी एक हैं।
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