Ramdevra Mela 2022 – 2023
रामदेवरा में बाबा रामदेवजी के भादवा मेला का भव्य आयोजन किया जाता है। रामदेव जी राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र के एक लोक देवता हैं।15वी. शताब्दी के प्रारंभ में भारत में छुआछूत, हिंदू-मुस्लिम झगडों ,लूट खसोट आदि के कारण स्थितिया बड़ी विकट बनी हुई थी।
ऐसे विकट समय में पश्चिम राजस्थान के पोकरण नामक नगर से 12km पास रुणिचा नामक स्थान में तोमर वंशीय राजपूत शासक अजमाल जी के घर चेत्र शुक्ला पंचमी वि.स. 1409 को बाबा रामदेव जी ने अवतार लिया ।जिन्होंने समाज में व्याप्त अत्याचार, छुआछुत का विरोध कर सभी समाज को एक राह पर लाने का प्रयास किया।
Ramdevra Mela 2023 से जुडी सम्पूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेगी

Ramdevra Mela 2022 कब लगेगा
Ramdevra Mela 2022 बाबा रामदेव जी समाधि स्थल रामदेवरा में भादवा मेला पिछले 2 सालों से कोरोना के चलते नहीं भरा गया , परंतु 2022 में यह मेला अपने पूर्ण चरम पर बाबा के भक्तों के हर्षोल्लास के साथ भरा जाएगा ।
Ramdevra Mela 2022 me baba ki beej kab hai
इस साल के 29 अगस्त 2022 को बाबा की भादवा सुदी बीज है । यह बीज पुरे वर्ष की सबसे बड़ी बीज कहलाती है ।
इस मेले में रामापीर के दर्शन हेतु हर वर्ग के हर समाज के भक्त लंबी कतार में लगकर लाखों की संख्या में बाबा के दर्शन करते हैं तथा अपनी मनोकामनाएं बाबा के सामने रखते हैं ।
बड़े बुजुर्ग बच्चे महिलाएं हर उम्र के लोग तथा समाज के हिंदू , मुस्लिम , सिख , ईसाई बाबा के दरबार में हाजिरी लगाते हैं ।
Ramdevra Mela 2022 मेले के लगने के पीछे का कारण
पीरों के पीर बाबा रामसापीर के अवतार को लेकर दो समय या यह बोले तो 2 तारीख है सामने आती है ।
लोक मान्यता एवं लोक कथाओं के अनुसार भादवा शुक्ल द्वितीय तथा इतिहास को संग्रहित करने वाले राव भाट के अनुसार भादवा शुक्ल पंचमी को बाबा रामदेव जी का अवतार हुआ था ।
बाबा रामदेव जी ने अपनी जीवित समाधि विक्रम संवत 1442 में मात्र 33 वर्ष की आयु के बाद भादवा एकादशी के दिन ली थी इसी समय अंतराल के बीच यह मेला भरा जाता है ।
भक्त यह मानते हैं कि बाबा अपने हर भक्त की सच्चे दिल से मांगी गई मन्नत को स्वीकार करते हैं तथा उनकी मन्नत पूरी करते हैं । इसीलिए लाखों की संख्या में बाबा के भक्त हिंदी महीना श्रावण मास से भादवा एकादशी आते है और दर्शन करते हैं।
बाबा रामदेव समाधि स्थल पर क्या-क्या होती है सुविधाएं – Ramdevra Mela
Ramdevra Mela 2022 मेले के दौरान बाबा के भक्तों की संख्या लाखों पर हो जाती है । इन्हीं भक्तों की सुविधाओं को लेकर बाबा रामदेव जी के वंशजों द्वारा 2 किलोमीटर तक लोहे के तीन सेट तथा आगे जितने किलोमीटर लंबी लाइन लगती है ।
वहां तक अस्थाई टेंट एवं पीने के पानी तथा लाइट एवं पंखों की व्यवस्था की जाती है । समाधि स्थल को इस समय अंतराल में फूलों से सजाया जाता है । अतिरिक्त कर्मचारी लगाए जाते हैं सरकार द्वारा अस्थाई चिकित्सालय लगवाएं जाते हैं। पुलिस कर्मचारी लगवाए जाते हैं और हर मुमकिन हो सके जितनी बाबा के भक्तों को सुविधाएं दी जाती है ।
Ramapir बाबा रामदेव समाधि स्थल पर होने वाली आरती
Ramdevra Mela 2022 बाबा रामदेव जी समाधि स्थल पर कुल 5 आरतियां की जाती है । सर्वप्रथम प्रातः काल अभिषेक के समय बाबा रामदेवजी की पहली आरती जो कि प्रात काल 4:30 बजे होती है । बाबा रामदेव जी की दूसरी आरती जिसे वो आरती के नाम से भी जाना जाता है ।
वह सुबह 8:00 बजे की जाती है। तत्पश्चात दोपहर के समय बाबा की तीसरी आरती 4:00 बजे होती है। रामदेव जी की चौथी की आरती शाम 7:30 बजे जाती हैं।
बाबा रामदेव जी की अंतिम आरती जिसे मंगलाआरती के नाम से भी जाना जाता है। जो मंदिर के मंगल करने से पूर्व 9:00 बजे की जाती है।
कभी कबार कुछ आरती समय अंतराल में बदलाव भी कर दिया जाता है।
विशेष तौर पर बाबा रामदेव जी की दूज को आरती का समय 4:00 बजे या फिर 4:30 बजे रहता है तथा सर्दियों में 5:00 बजे कर दिया जाता है।
बाबा रामदेवजी का Ramdevra Mela 2023 और बीज कब है
बाबा रामदेवजी का Ramdevra Mela 2023 हर साल की तरह इस साल भी बाबा के भक्तो की भरी संख्या के साथ लगेगा। परन्तु इस बार का Ramdevra Mela 2023 कुछ अलग रहेगा क्योकि इस बार भादवा मेला लम्बा चलेगा ,जिसका प्रमुख कारन श्रावण मास का दो बार होना बताया जा रहा।
बता दे की भादवा मेला हर वर्ष भाद्रपद मास लगने के साथ ही शुरू हो जाता है परन्तु सरकारी पन्नो में भादवा मेला भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की दूज से शुरू होकर भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की ग्यारस तक चलता है।
वैसे तो बाबा के श्रद्धालु भादवा से पहले ही आना शुरू हो जाते है परन्तु इस बार भादवा मेला 31 अगस्त को शुरू हो जाएगा। भाद्रपद मास की दूज के दिन बाबा की समाधी को पंचामृत से नहलाकर स्वर्ण मुकुट पहनाकर Ramdevra Mela 2023 आगाज होगा।
भादवा मेला क्यों लगता है Ramdevra Mela 2023
पश्चिमी राजस्थान का कुंभ कहां जाने वाला भादवा मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया से शुरू होकर ग्यारस तक लगता है। इस मेले में लाखों की संख्या में भक्तगण बाबा के दर्शनों को आते हैं।
पश्चिमी राजस्थान का यह मेला राजस्थान का सबसे लंबा चलने वाला मेला है। यह मेला राजस्थान के लोक देवता बाबा रामदेव जी को समर्पित है जिन्हें राजस्थान में ही नहीं अपितु भारत के सभी हिस्सों में माना व पूजा जाता है। बाबा रामदेव जी राजस्थान के एकमात्र ऐसे लोक देवता है जिनके पद चिन्हों की पूजा की जाती ।
यह मेला बाबा रामदेव जी के समाधि लेने तथा उनकी याद के अवसर पर भरता है। यह मेला बाबा रामदेव जी की जन्म तिथि से शुरू होकर बाबा रामदेव जी की समाधि तिथि तक चलता है।
इस मेले का मुख्य कारण अगर देखा जाए तो यही है कि बाबा रामदेव जी ने अपने संपूर्ण जीवन में हिंदू मुस्लिम एकता और ऊंच-नीच तथा जाति भेदभाव को भूलाकर एक साथ रहने के संदेश दिए थे और उन्होंने इसी इच्छा को लेकर रुणिचा नगर को बसाया था और समाधि लेते समय उनका अंतिम उपदेश भी यही था।
अतः बाबा रामदेव जी के अंतिम उपदेश और उनके चमत्कारों तथा उनके सपने को साकार करते हुए प्रतिवर्ष बाबा रामदेव जी की समाधि पर लाखों लोग माथा टेकते हैं जिनमें किसी प्रकार का भेदभाव ना करके हिंदू मुस्लिम सिख तथा ईसाई सभी धर्मों के लोग एक ही स्थान पर आकर बाबा के दर्शन करते हैं।
बाबा रामदेव जी के मेले के नाम -Ramdevra Mela 2023
पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण तहसील के रामदेवरा गांव में प्रतिवर्ष भाद्रपद मास में बाबा रामदेव जी का भव्य मेला लगता है जिसे लोग भादवा मेला के नाम से भी जानते हैं। बाबा रामदेव जी के भक्तों द्वारा इस मेले को कई नामों से संबोधित किया जाता है जिनमें बाबा रामदेव जी का मेला, रुणिचा मेला, रामदेवरा मेला ,भादवा मेला ,रामापीर ना मेला, पश्चिमी राजस्थान का कुंभ जैसे नामों से जाना चाहता है।
बाबा के भक्तों द्वारा पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न -Ramdevra Mela 2023
भादवा की दूज कब है 2023 ? – Ramdevra Mela
इस बार 2023 में भादवा बीज 17 सितंबर को है।
बाबा रामदेव जी का Ramdevra Mela 2023 में कब है ?
बाबा रामदेव जी का 639 वा मेला आगामी 17 सितंबर 2023 भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीय से शुरू होगा।
पश्चिमी राजस्थान का कुंभ मेला कब है ? – Ramdevra Mela २०२३
पश्चिमी राजस्थान का कुंभ कहा जाने वाला भादवा मेला जो बाबा रामदेव जी को समर्पित है वह वर्ष 2023 में 17 सितंबर को शुरू होगा।
रामदेव जी का मेला कब है 2023?
बाबा रामदेव जी का 639 वा मेला आगामी 17 सितंबर 2023 भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीय से शुरू होगा।
जोधपुर से रामदेवरा कितनी दूर पड़ता है?
जोधपुर से रामदेवरा 180 किलोमीटर दूर है।
रामदेवरा का प्राचीन नाम क्या था?
रामदेवरा का प्राचीन नाम रूणिचा था।