कलयुग के पांच सत्य || भगवान श्री कृष्ण की भविष्यवाणी
कलयुग के पांच सत्य कलयुग धर्म, संस्कृति, और समाज का चौथा युग है जो भगवान श्री कृष्ण के अनुसार, उसके द्वारा भविष्यवाणित किया गया था। इस युग की विशेषता है कि इसमें मनुष्यों के बुद्धि में धर्म, नैतिकता, और सत्य की कमी होती जा रही है।
भारतीय संस्कृति में कलयुग महत्वपूर्ण है। इस युग के बारे में भगवान श्री कृष्ण की भविष्यवाणी ने व्यापक रूप से जाने जाते हैं। इस आलेख में, हम बात करेंगे कि कलयुग में होने वाले पांच सत्य क्या हैं।
भगवान श्री कृष्ण की भविष्यवाणी
1. बोलते कुछ और करते कुछ:
भगवान कृष्ण ने पांडवों को कलयुग के चित्र दिखाए, जहां लोग बोलते एक हैं, करते दूसरा। यह सत्य आज भी हमारे समाज में देखा जा सकता है। अनेक बार लोग अपनी बातों में असलीता नहीं बरतते।
2. सोशल जस्टिस के लिए शोषण:
कलयुग में लोग एक दूसरे को शोषण करेंगे। यहाँ प्रेरित करणे वाला घटनाक्रम बताया गया है जहाँ एक गाय अपने बच्चे को इतना चाट रही थी कि उसका रक्त बह गया।
3. धन की माया:
कृष्ण ने भविष्य में यह स्थिति दर्शाई कि कलयुग में लोग धन की माया में इतने आसक्त होंगे कि बच्चों का प्रतिपादन संकुचित हो जाएगा।
4. अन्याय:
जिस प्रकार समय के साथ बदलते लोगों की दृष्टि बदल जाती है, वैसे ही कलयुग में अन्याय बढ़ता जा रहा है।
5. ज्ञान की कमी:
कलयुग में मानव बुद्धि में कमी होगी, जिससे वह भ्रमण करेगा और गलती में पड़ेगा।
कलयुग के पांच सत्य कृष्ण भगवान द्वारा बताये गए थे और आज भी हमारे समाज में इनकी पुष्टि की जा सकती है। इन सत्यों को समझकर हमें अपने जीवन में विचार करने और अनुष्ठान करने का प्रयास करना चाहिए।