New year 2023 इस बार सबके लिए खास रहेगा। पिछले वर्ष लॉक डाउन के कारण नववर्ष धूमधाम से मनाया नहीं जा सका क्योंकि लॉकडाउन के कारण सरकार द्वारा नववर्ष पर कुछ पबंधिया थी। परन्तु इस बार नववर्ष पर सरकार द्वारा कोई पाबंधियाँ नहीं है। तो इस बार का नववर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जायेगा।
New year 2023
new year एक नई सुबह के साथ शुरू होता है। नववर्ष को एक उत्सव की तरह पूरे विश्व में मनाया जाता है। new year पूरे विश्व में अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग तिथियों में मनाया जाता है। विभिन्न समुदायों के new year मनाने की तरीके अलग-अलग होते हैं तथा उनकी सांस्कृतिक महत्वता भी अलग होती है।
भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य हैं जिसके कारण यहां पर विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न तरीकों से तथा विभिन्न तिथियों पर नववर्ष का पर्व मनाया जाता है।
लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नववर्ष प्रतिवर्ष 1 जनवरी से नए साल की शुरुआत मानी जाती है क्योंकि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 31 दिसंबर उस वर्ष की अंतिम तिथि होती हैं कथा 1 जनवरी अगले वर्ष के आगाज का दिन होता है।
लोग नववर्ष को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं क्योंकि उनका मानना है कि अगर साल का पहला दिन उत्साह और खुशी से नहीं बिता तो आने वाले दिन उनके लिए अच्छे नहीं होंगे। अगर यह मान्यताएं हो या ना हो फिर भी हमें नए वर्ष का आगाज नई आशाओं, उम्मीदों, नहीं सपनों तथा नए लक्ष्यों को बनाकर नए वर्ष का स्वागत करना चाहिए।
पश्चिमी सभ्यता द्वारा नववर्ष की तिथि
पश्चिमी सभ्यता द्वारा निश्चित की गई नववर्ष की तिथि भारतीय नववर्ष तिथि से भिन्न है। परंतु से पहले नववर्ष की तिथि पश्चिमी सभ्यता तथा भारतीय संविदा की तिथि एक थी। नव वर्ष का उत्सव आज से 4000 साल पूर्व बेबीलोन में मनाया जाता था।
परंतु उस समय का नववर्ष वहां के लोग 21 मार्च को मनाते थे जो भारतीय सभ्यता में बसंत पंचमी के आगमन की तिथि होती थी।
भारतीय सभ्यता द्वारा नववर्ष
भारतीय सभ्यता में हिंदू नववर्ष चैत्र मास में प्रारंभ होता है जो बसंत ऋतु के आगमन की तिथि से संबंधित है।
भारतीय मान्यताओं में हिंदू नववर्ष की तीन तिथियां होती है मेष संक्रांति, वर्ष प्रतिपदा तथा बलि प्रतिपदा।
भारतीय मान्यताओं में हिंदू नववर्ष की पहली तिथि मेष संक्रांति अथवा वैशाख संक्रांति होती है।
दूसरी तिथि वर्ष प्रतिपदा के रूप में मनाई जाती हैं जो जो चैत्र महीने की शुरुआती का दिन होता है।
तीसरी तिथि को बलि प्रतिपदा कहते हैं जो कार्तिक महीने में मनाई जाती है। इस तिथि में नववर्ष दिवाली के अगले दिन से ही प्रारंभ हो जाता है।
पश्चिमी सभ्यता द्वारा new year कैसे मनाया जाता है
पश्चिमी सभ्यता के द्वारा प्रतिवर्ष 1 जनवरी को new year का प्रारंभ होता है। वर्ष के अंतिम दिन यानी 31 दिसंबर को लोग विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इन कार्यक्रमों में लोगों द्वारा गाना, बजाना, नृत्य, खाना इत्यादि का आयोजन होता है। लोग रात्रि 12:00 बजे के बाद सभी को HAPPY NEW YEAR कह कर एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं देते हैं। लोग रात्रि को फटाके जलाकर खुशियां मनाते हैं।
भारतीय नववर्ष कैसे मनाया जाता है
नववर्ष के दिन सभी लोग एक दूसरे को परस्पर नववर्ष की शुभकामनाएं देते हैं। अपने परिजनों मित्रों और रिश्तेदारों को नववर्ष की शुभकामनाओं के संदेश भेजते हैं। नव वर्ष पर अपने घर पर भगवा पताका लगाते हैं। घरों को पत्तों तथा फूलों से सजाया जाता है। घर और धार्मिक स्थलों की सफाई कर रंगोली कैसे बनाई जाती है। भिन्न स्थानों पर समाज की भामाशाह द्वारा दान किया जाता है|
New year 2023 all Indian festival
भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है। यहां पर सभी धर्मों के लोग रहते हैं। जिसके कारण भारत में प्रत्येक दिन कोई ना कोई एक नया त्यौहार होता है। कहीं ऐसे त्यौहार है जिन्हें सभी धर्मों के लोग मनाते हैं। भारत में नया साल, गणतंत्र दिवस, होली, लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, महापुरुष जयंतिया, ईद तथा मोहर्रम इत्यादि त्योहारों को मनाया जाता है।
indian festival 2023
January2023
[table “4” not found /]Febuary 2023
[table “5” not found /]March2023
[table “6” not found /]April2023
[table “7” not found /]May2023
[table “8” not found /]June2023
[table “9” not found /]July2023
[table “10” not found /]August 2023
[table “10” not found /]September 2023
[table “11” not found /]October 2023
[table “12” not found /]November 2023
[table “13” not found /]December 2023
[table “14” not found /]NEW YEAR आप सभी के लिए मंगलमय हो तथा नए साल आपके जीवन में खुशिया लाये