Ramsetu ka ansuna sach:ramsetu movie 2022

Ramsetu ka ansuna sach:ramsetu movie 2022

Ramsetu ka ansuna sach:ramsetu movie 2022

Ramsetu का नाम सुनते ही हमारे सामने त्रेतायुग के भगवान श्री राम की छवि उभर आ जाती है। बॉलीवुड में अब मूवी के कोई टॉपिक नहीं मिल रहे है तो वे अब हिन्दुओ के इतिहास और हिन्दू धर्म के ग्रंथो तथा देवी देवताओ पर अपने भाग्य को आजमा रहे है।इसी को लेकर अक्षय कुमार की नयी मूवी आ रही है जिसे उन्होंने नाम दिया है Ramsetu ।

मूवी भगवान श्री राम द्वारा बनाये गए सेतु जो भारत को श्री लंका से जोड़ता है के ऊपर आधारित की गयी है। इस मूवी में अक्षय कुमार का लीड रोल है। इस मूवी में अक्षय कुमार रामसेतु को बचाने का प्रयास करते है। Ramsetu का ट्रेलर रिलीज हो चूका है जो दर्शको को काफी पंसद आ रहा है। मूवी में अक्षय कुमार रामसेतु से जुड़े कुछ राज को लोगो के सामने लाना चाहते है।

Ramsetu ka ansuna sach:ramsetu movie 2022

 

Ramsetu movie cast & actor fee

अक्षय कुमार Ramsetu मूवी में मुख्य ने बाहर निभा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस फिल्म के लिए अक्षय कुमार ने 50 करोड़ फी चार्ज की है।
जैकलीन फर्नांडिस और नुशरत भरुचा वी रामसेतु में अहम रोल प्ले करती हुई नजर आएगी रिपोर्ट के अनुसार इस फिल्म के लिए इनको चार करोड़ फीस ली।
सत्यमेव कांचराना ने इस मूवी के लिए एक करोड़ फीस ली ।
वहीं जनिफर पिकीनाटो ने 75लाख फिस ली है ।

Ramsetu history

Ramsetu का इतिहास त्रेतायुग के भगवान श्री राम से सम्बंधित है। रामसेतु भारत के तमिनाडु राज्य के दक्षिणी पूर्वी रामेश्वर के तट के किनारे बना हुआ है जो भारत तथा श्री लंका दो देशो को आपस में जोड़ता है। रामसेतु का निर्माण आज से लगभग हजारो साल पहले हुआ था।

पुराणों के अनुसार रामसेतु भगवान श्री राम द्वारा बनाया गाय था। कहा जाता है कि जब भगवान श्री राम लंका पर आक्रमण करने जा रहे थे तब भारत और श्री लंका के बिच के समुन्द्र को पार करने के लिए सेतु का निर्माण करवाया था।

बात उस समय की है जब भगवान श्री राम अपनी पत्नी माता सीता और भैया लक्ष्मण के साथ वन में निवास कर रहे थे तब अधर्मी रावण माता सीता को उठाकर ले गया था। तब भगवान श्री राम सीता माता की खोज में निकल पड़े। माता की खोज में श्री राम का मिलन अपने परम भक्त हनुमान से हुआ। हनुमान ने अपने आराध्य प्रभु श्री राम की वानर राज सुग्रीव से मित्रता करवाई।

Ramsetu history
Ramsetu history

श्री राम ने महाराज सुग्रीव तथा अपनी वानर सेना की सहायता से माता सीता का पता लगा लिया। माता की सुध मिलते ही भगवान श्री राम लंका पर चढ़ाई करने के लिए निकल पड़े। लंका की जाते जाते श्री राम भारत के अंतिम छोर तमिलनाडु राज्य पहुंचे। वह पर उनको लंका तो दिख गयी पर जाने का रास्ता नहीं मिल रहा था।

Shree Ram or Samundra dev

श्री राम ने समुन्द्र देव रास्ता मांगने के लिए उनसे विनती करते है ,परन्तु समुन्द्र देव ने श्री राम को रास्ता नहीं दिया। इस पर राम जी को क्रोध आ गया और पुरे समुन्द्र को सूखने के लिए एक शक्ति बाण का संधान किया। समुन्द्र देव भयभीत होकर श्री राम के चरणों में आ जाते है ,और क्षमा याचना करते है। इस पर भगवान श्री राम उन्हें शमा कर देते है और लंका जाने के लिए रास्ता मांगते है।

इस पर समुन्द्र देव हसकर कहते है की आपकी सेना में नल नील नाम के दो वानर है जो देवशिल्पी विश्वकर्मा के मानस पुत्र है जो एक अच्छे शिल्पकार है। आप उनको आदेश करो की वे समुन्द्र पर पत्थरो का सेतु बांधे क्योकि इन दोनों को एक ब्राह्मण से श्राप मिला हुआ है की ये जो भी वस्तु पानी में डालेंगे वो डूबेंगे नहीं।

इसी के कारन ये लंका तक सेतु बना सकते है। इस पर भगवान् श्री राम ने आदेश दिया सेतु निर्माण का तभी सभी वानर सेना सेतु बनाने में लग गयी। सेतु कार्य के दौरान श्री राम ने समुन्द्र के तट पर अपने आराध्य की पूजा करने के लिए शिवलिंग का निर्माण किया। और उस जगह को रामेश्वरम का नाम दिया।

रामेश्वरम का होता है राम का ईश्वर रामेश्वरम। अर्थात जो राम का ईश्वर है वही रामेश्वरम है। इस प्रकार रामेश्वरम से श्री लंका तक रामसेतु का निर्माण हुआ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *