Sam Bahadur biography || Sam Manekshaw the real life hero

Sam Bahadur biography

Story Of Sam Manekshaw

Sam Bahadur भारत के बहादुर सैनिको  मे से एक थे। इनका कहना था की एक आर्मी ऑफिसर वही होता है जो अपनी बुलंद आवाज तथा प्रकृति  के वातावरण मे स्वयं  को ढाल चुका हो ।
सैम मानेकशॉ  हमेशा बिना माइक के बोलना पसंद करते थे क्योंकी इनकी आवाज ही एक लाउड स्पीकर की तरह बुलंद थी । सैम मानेकशॉ ने 15 साल की उम्र मे मिलिट्री का exam दिया । सैम मानेकशॉ ने अपने कठिन परिश्रम और  बुद्धिमता से जल्द से जल्द आर्मी मे parmotion लिया।

Sam Bahadur biography || Sam Manekshaw the real life hero
Sam Bahadur biography || Sam Manekshaw the real life hero

sam bahadur प्रारम्भिक जीवन :

सैम मानेकशॉ का जन्म 3 अप्रैल 1914 को पंजाब के अमृतसर में हुआ। सैम पारसी धर्म से संबंध रखते थे। इनके पिता का नाम हॉरमुसजी मानेकशॉ था जो एक एक डॉक्टर थे जो बाद में आर्मी में अपनी सेवा देने लगे । इनकी माता का नाम माँ हिला नी मेहता था जों एक गृहनी थी । ये पांच भाई बहन थे जिसमें से Sam Bahadur  5वे नंबर पर थे।
सैम मानेकशॉ 15 साल की उम्र में लंदन जाकर GYNAECOLOGIST बनना चाहते थे । अपने पिताजी के कहने पर इंडियन मिलिट्री का एग्जाम दिया और फर्स्ट रैंक से पास होकर 1934 में इंडियन मिलिटरी ज्वाइन किया।

सैनिक जीवन sam bahadur

Sam Bahadur  के सैनिक  जीवन की बात की जाए तो सैम मानेकशॉ अनुसाशन और परिश्रम को ज्यादा महत्व देते थे । इनका मानना था की एक सच्चे सैनिक की पहचान करनी हो तो उसकी वेशभूषा और  कद काठी तथा व्यवहार से की जा सकती है क्योंकी एक सच्चा सैनिक प्रकृति  की गोद मे अपनी आधी जिंदगी निकाल देता है तो प्रकृति का रंग चढ़ना स्वाभाविक है ।

Sam Manekshaw ने अपने सैनिक जीवन मे कई उपलबधिया प्राप्त की है जो इनके आर्मी करियर मे उत्कृष्ठ कार्य का परिणाम है जिसके कारण इन्हे की मेडलों से नवाजा गया । Sam Manekshaw अपनी बात एक शब्द  मे कहना ज्यादा पसंद करते थे जो उनके चाहने वालों को अच्छी नहीं लगती थी ।

 Manekshaw का व्यक्तित्व

Sam Manekshaw ने अपने जीवन मे की लड़ाइया लड़ी जिनमे उनको की बार मौत के मुह मे जाना पड़ा परंतु अपनी देश भक्ति के चलते उन्होंने मौत को भी चकमा दे दिया । कम कदकाठी होने के बावजूद भी इनके चहरे पर एक अलग ही नूर रहता था । इनको अपनी मुच्छों  से बहुत प्रेम था ।  सैम को अपनी शानदार मुच्छों तथा most decorated genral के नाम से जाना जाता था । Sam Manekshaw का पूरा नाम शमशेरजी हॉर्मोसजी फ्रामजी जमशेदजी मानेकशॉ था ।
लोग ज्यादातर इन्हे sam bahadur के नेम से जानते थे ।

Sam Bahadur ने अपनी जीवन मे शौर्य और साहस से भरे 5 बड़े ऐतिहासिक लड़ाइया लड़ी । सैम की तुलना बुद्धि और रणनीति मे चाणक्य से तथा शौर्य और  साहस मे शिवाजी महाराज से की गई है ।

Sam Manekshaw के द्वारा सेनिकों को सीख।

अगर  एक सैनिक  कहता है की उसे मौत से डर नहीं लगता है इसका मतलब या तो वह झूठ  बोल रहा है या फिर वह गोरखा है ।
मुझे ढुँढ लोगे तो मै  कह दूंगा की तुम बढ़िया हो , मुजे पकड़ लोगे तो कह दूंगा की तुम बहुत तेज हो , लेकिन अगर मार दोगे  तो मै  कह दूंगा की तुम मजाकिया आदमी हो ।

कविता Sam Manekshaw

if i die on the battle field ,
box me up and send me home
take my gun ,put  in on my
chest and tell my mom i did my best
tell my sister not to get upset
if i don’t rise after the sunset ,
tell my love that i will always be with her
because i am iternal indian soldier.

Sam Bahadur awordas

  1. military cross award
  2. padam bhusan
  3. padam vibhusan
  4. long service madel
  5. war madel
  6. gallantry award

Sam Bahadur  reapect from indian gov.

  1. प्रधान मंत्री नरेंद्र  मोदी के द्वारा  Sam Manekshaw ब्रिज अहमदाबाद मे बनाया  गया
  2. Sam Manekshaw इन नाम पर पोस्ट स्टेम्प भी है
  3. statue in headqutter pune cantt
  4. Sam Manekshaw brije in ooty

 Manekshaw और द्वितीय विश्व युद्ध

सैम मानेकशॉ का द्वितीय विश्व युद्ध का एक किस्सा बहुत प्रसिद्ध है । जब द्वितीय विश्व युद्ध चल रहा था तब Sam Manekshaw ब्रिटिश आर्मी की ओर से जेपनिज सेना से बरमा मे लड़ रहे थे । इस युद्ध मे जेपनिज के एक ही सैनिक ने लगातार मानेकशॉ को नो गोलिया मार दी । मानेकशॉ बुरी तरह घायल हो गए परंतु नो गोलिया लगने के बाद जब devid crown वहा आए तो मानेकशॉ हस रहे थे । Sam Bahadur की इस बहादुरी पर डेविड क्राउन ने अपना मिलिटरी क्रॉस उतारकर सैम को पहना दिया ।

मानेकशॉ को जब डॉक्टर के पास ले जाया गया तो डॉक्टर ने भी मना कर दिया की इनका बचना मुस्किल है । डॉक्टर ने मानेकशॉ से पूछा की हुआ क्या है तो Sam Manekshaw ने  मजाकिया अंदाज मे कहा की गधे ने लात मारी है । डॉक्टर भी मानेकशॉ की बात सुनकर सहम गया की कोई नो गोली खाकर कैसे मजाक कर सकता है । ऐसे ही साहस और देशभक्ति के रहते एक बार फिर मानेकशॉ मौत को चकमा दे कर एक लंबी अवधि के बाद पुनः देश की सेवा मे लग गए ।

 

Sam Bahadur और इंडो चाइना वार

Sam Manekshaw ने इंडो चाइना वार में अपनी एक अहम  भूमिका निभाई । मानेकशॉ साहसी , निडर होने के साथ-साथ अपनी बात को एक लाइन में कहना पसंद करते थे ‌। सैम  ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को स्वीटी कहकर  बुलाते थे। सैम  के इसी  तेवर के कारण लोग इनसे चिढ़ने लगे।

इंडो चाइना वार 1962 के समय इन पर एक कमेटी बैठाई  गई जिनमें इनका व्यवहार ब्रिटिश  की तरह दिखाया गया और कहां की Sam Bahadur  किसी ब्रिटिश के आदमी से मिले हुए हैं क्योंकि इनका रहन-सहन खान वन एक ब्रिटिश की तरह है। इस गिनोने इलजान के कारण सैम को सस्पेंड कर दिया गया ।इधर भारत को भारी नुकसान हो रहा था । तभी नेहरू जी ने सैम पर सारे इल्जाम हटाकर भारत की सेना की कमान सैम को सौपी । सैम के नेतृत्व मे इस इंडो चाइना वॉर की समाप्ति हुई ।

 

Sam Bahadur  और इंदिरा गांधी का प्रचलित किस्सा

1971 के इंडो पाक वॉर  के बाद सैम बहुत फेमस हो गए थे जिसके कारण भारत की नेताओं को सैम से दर लगने लगा था क्योंकि सैम हमेशा अपनी मन की सुनकर ही काम करते थे तथा कोई भी गलत कार्य होने नहीं देते थे । उस समय पड़ोसी देशों मे तख्तापलट ज्यादा देखने को मिल रहा था । इसी लो देखकर भारत के नेताओ  को लगा की ये हमारी सरकार का तख्तापलट कर सकता है । इसी डर के कारण उन्होंने सैम की शिकायत पीएम इंदिरा गांधी को कर दी । इंदिरा गांधी ने Sam Bahadur को बुलाया और तख्तापलट की बात की ।

इंदिरा गांधी के जवाब मे सैम ने कहा की मे देश मे तख्तापलट कर तो सकता हु पर करूंगा नहीं । क्योंकि मुझे आर्मी की शिक्षा मिली है तो मे अपनी मा की सेवा कर रहा हु वह भी सरहद पर रहकर । तथा आपको राजनीति की शिक्षा मिली है तो आप भी देश को चलाने का काम करे बचाने का नहीं वो हमारा काम है आपका नहीं । तो आपसे निवेदन है की आप हमारे कार्य मे अपनी राजनीति नहीं लाए और न मै आपके राजनीति के बीच मे आऊँगा । पीएम के साथ एसी बात सैम जैसा बहादुर और देशप्रेमी ही कर सकता था ।

Sam Manekshaw निधन

Sam Bahadur  को आर्मी मे अपनी उत्कृष्ठ सेवा देने कारण भारत की मिलिटरी की सबसे बड़ी पोस्ट 1st officer of indian aarmy 5 star field master की rank से नवाजा गया । सैम ने आर्मी मे लंबे समय लक अपनी सेवा दी । 27 जून 2008 को 94 साल की उम्र मे मिलिटरी अस्पताल तमिलनाडु मे सैम का देहांत हो गया ।

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Sam Bahadur Movie 2023

Sam Bahadur movie भारत के महान फील्ड मास्टर Sam Manekshaw के जीवन के ऊपर आधारित है । इस फिल्म मे 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध तथा बांग्लादेश के निर्माण मे Sam Manekshaw की भूमिका को दर्शाया गया है ।

movie का लेखन कार्य भवानी अय्यर और शांतनु शिवास्तु द्वारा तथा फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार के द्वारा संपन हुआ । यह फिल्म पूर्ण रूप से Sam Manekshaw के जीवन को लक्ष्य बनाकर बनई गई है । इस फिल्म का निर्माण RSVP Movies के बैनर तले रोनी स्क्रूवाला द्वारा किया गया है ।

movie मे डैशिंग सुपर स्टार विक्की कौशल आपको Sam Manekshaw की मुख्य भूमिका निभाते हुवे नजर आएंगे साथ ही आपको एडवर्ड सॉननब्लिक, फातिमा साना शैख, सन्या मल्होत्रा,नीरज काबी और ज़ीशान अय्यूब यहा अहम भूमिका का निभाते दिखेंगे ।

फिल्म मे आपको जवाहरलाल नेहरू की भूमिका मे आपको नीरज काबी नजर आएंगे । तथा इस फिल्म को 13 अलग अलग स्थानों पर फिल्माया गया है । संगीत की बात करे तो शंकर एहसान ने फिल्म मे अपना संगीत दिया है ।

Sam Bahadur movie की शूटिंग लगभग मार्च 2023 को पूरी हो चुकी थी । तथा इस फिल्म को 1 दिसंबर 2023 को बड़े परदों पर रिलीज कर दिया जाएगा ।

 

 

 

 

 

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